Detailed Notes on baglamukhi shabar mantra



Baglamukhi or Bagala is a crucial deity Among the many ten Mahavidyas worshipped with great devotion in Hinduism. The final word advantage of worshipping Baglamukhi clears the illusions and confusions from the devotees and provides them a clear path to continue in life.

Bagalamukhi is thought by the favored epithet Pitambara-Devi or Pitambari, “she who wears yellow clothing”. The iconography and worship rituals consistently refer to the yellow colour.

The Baglamukhi mantra needs to be chanted through the use of Haldi Mala. Haldi Mala (rosary) is fabricated from bulbs of Turmeric which is considered one of the most purifying herbs in Ayurveda. Turmeric Mala is utilized to carry out Anusthan (special prayers) and demolish enemies and succeed in lawsuits. It is actually connected to fertility. It is taken into account auspicious for receiving victory more than enemies.

The Bagalamukhi mantra consequences maintain great importance in Hinduism and are thought to have effective spiritual Electrical power. Bagalamukhi, also referred to as Bagala, is often a divine goddess worshipped for her power to protect and empower her devotees.

साबधान गुरू कृपा अत: दिक्षा के विना ये प्रयोग कतापी ना करें शत्रू दुबारा प्रत्यगरा , विपरीत प्रत्यंगरा आदि प्रयोग होने पर साघक को भयंकर छती का सामना करना पड़ सकता।

मंत्र प्रयोग से पूर्व कन्या पूजन करते हैं किसी भंगी की कन्या(जिसका मासिक न प्रारम्भ हुआ हो) का click here पूजन करते हैं, एक दिन पूर्व जाकर कन्या की माँ से उसे नहला कर लाने को कहे फिर नए वस्त्र पीले हो तो अति उत्तम, पहना कर, चुनरी ओढ़ा कर ऊँचे स्थान  पर बैठा कर, खुद उसके नीचे बैठे व हृदय में भावना करे कि मैं माँ का श्रिंगार व पूजन कर रहा हूँ, इस क्रिया में भाव ही प्रधान होता है

आन हरो मम संकट सारा, दुहाई कामरूप कामाख्या माई की।‘‘

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।

Chanting the Baglamukhi mantra decreases the strength of enemies and liberates one from their affect. It guards speech and presents mental peace.

Chant the mantras the specified amount of situations ahead of the statue or the picture in the goddess each day.

अथर्वा प्राण सूत्र् टेलीपैथी व ब्रह्मास्त्र प्रयोग्

“ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा”

माँ पिताम्बरा बगलामुखी के यह मत्रं अपने आप में चमत्कृत है। बगलामुखी तत्रं साधना के लिए विशेष कौलाचार्य क्रम दीक्षा का विधान है। परन्तु यहा शाक्त, शैवों, नाथों द्वारा शक्ति उपासना अत्यधिक सहज तो है परन्तु शमशान आदि में साधना विशेष प्रभाव शाली है जो गुरू द्वारा बताएं मार्ग से ही प्राप्त है।

कलि बिलोकि जग हित हर गिरिजा। साबर मंत्र जाल जिन्ह सिरिजा॥

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